आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बुखार, कमजोरी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी एक आम समस्या बन चुकी है। हर छोटे-बड़े संक्रमण या मौसम के बदलाव के साथ लोग बुखार और थकान से जूझते रहते हैं। ऐसे में आयुर्वेद और यूनानी दवाइयाँ प्राकृतिक तरीके से राहत देने में मदद करती हैं।
मसीहा सिरप (Masiha Syrup), एक यूनानी औषधि है, जिसे खासकर विभिन्न प्रकार के बुखार, सर्दी, जुकाम, मलेरिया, टाइफाइड आदि को उपचारित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा, ये सिरप शरीर को ऊर्जा देने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है
मसिहा सिरप क्या है? masiha syrup kya hai ?
मसिहा सिरप (OEBA द्वारा निर्मित) एक यूनानी हर्बल टॉनिक है जिसमें अनेक औषधीय पौधों का मिश्रण किया गया है। यह विशेष रूप से Antipyretic Medicine यानी बुखार कम करने वाली दवा के रूप में जाना जाता है। साथ ही यह खून को शुद्ध करने, शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने और लंबे समय तक बने रहने वाली कमजोरी को दूर करने में भी सहायक है।
Masiha syrup Ingredients (मसिहा सिरप के मुख्य घटक)
हर 5 ml मसिहा सिरप में निम्नलिखित जड़ी-बूटियों का अर्क पाया जाता है:
Unnab (Zizyphus Vulgaris) – खून साफ करने और बुखार कम करने में सहायक।
Anjeer (Ficus Carica) – पाचन को सुधारने और शरीर को ताकत देने वाला ।
Anbusbala (Solanum Nigrum) – एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से युक्त, बुखार व सूजन में लाभकारी।
Sana (Cassia Lanceolata) – शरीर से विषैले तत्व निकालने वाली औषधि।
Qasboozariah (Andrographis Paniculata) – रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
Banafsha (Viola Odorata) – गले की खराश और खाँसी में उपयोगी।
Shahatra (Fumaria Parviflora) – खून को साफ़ रक्त और त्वचा रोगों में लबदायक ।
Khubkalan (Sisymbrium Irio) – सर्दी-जुकाम और सांस की दिक्कतों में राहत।
Revand (Rheum Emodi) – भूख और पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है।
Aslassoos (Mulethi – Glycyrrhiza Glabra) – गले और श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी।
Gilo (Tinospora Cordifolia) – इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर।
Khatai (Althea Officinalis) – शरीर को ठंडक और राहत प्रदान करता है।
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read more : मसिहा सिरप के फायदे : Masiha Syrup Benefits in Hindi
Masiha Syrup Benefits in Hindi ( मसिहा सिरप के फायदे )
- बुखार से राहत : मसीहा सिरप सभी प्रकार के बुखार जैसे वायरल फीवर, सीजनल फीवर, टाइफाइड, डेंगू, मलेरिया आदि में राहत देता है। यह सिरप तापमान को कम करने और बुखार के अन्य लक्षण जैसे शारीरिक दर्द, थकान आदि में भी सहायक है।
यह सिरप Antipyretic गुणों के कारण विभिन्न प्रकार के बुखार में उपयोगी है। चाहे वायरल फीवर हो, टायफाइड से संबंधित बुखार हो या गर्मी से उत्पन्न बुखार – यह तेजी से असर दिखाता है।
2. सर्दी, जुकाम और खांसी: यह सिरप सामान्य सर्दी, जुकाम, गला दर्द, और खांसी में फायदेमंद है। इसमें शामिल जड़ी-बूटियाँ श्वसन तंत्र को मजबूत करती हैं और सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करती हैं।
3.शरीर का डिटॉक्स: यह शरीर को अंदर तक साफ़ करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे रोग जल्दी ठीक होते हैं।
4.हड्डियों व जोड़ों के दर्द में लाभ: मसीहा सिरप बुखार के कारण होने वाले हाथ-पैर, जोड़ों के दर्द में राहत देता है।
5.इम्यूनिटी को मजबूत करना : इसमें मौजूद गिलोय, शहतरा और अनबुसबला जैसी जड़ी-बूटियाँ शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं, जिससे शरीर संक्रमण से बेहतर तरीके से लड़ पाता है।
6.रक्त शोधन (Blood Purification) : मसिहा सिरप (Masiha Syrup) खून को शुद्ध करता है और उसमें मौजूद अशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा पर होने वाले फोड़े-फुंसी और पिंपल्स कम हो सकते हैं।
7.कमजोरी और थकान दूर करना : लंबे समय तक बुखार रहने से शरीर थका और कमजोर हो जाता है। यह सिरप शरीर में ताकत और ऊर्जा वापस लाने का काम करता है।
8. गले और श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी : मुलेठी और बनाफ़शा गले की खराश, खाँसी और सांस की समस्या को कम करने में सहायक हैं।
9. पाचन शक्ति बढ़ाना : इसमें मौजूद अंजीर और रेवंन पाचन को मजबूत करते हैं, भूख को बढ़ाते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक हैं।
10. लिवर की सेहत में सुधार : मसिहा सिरप लिवर को डिटॉक्स करता है और उसके कार्य को बेहतर बनाता है।
Masiha Syrup Uses (मसिहा सिरप का सेवन )
मसिहा सिरप लिवर को डिटॉक्स करता है और उसके कार्य को बेहतर बनाता है।
मसिहा सिरप का सेवन (Masiha Syrup Uses)
वयस्क – 5 ml से 15 ml तक, दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ।
बच्चे – लगभग 5 ml दिन में दो बार (लेकिन डॉक्टर की सलाह आवश्यक है)।
👉 खुराक उम्र और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है, इसलिए हमेशा डॉक्टर या हकीम की सलाह लेना उचित है।
सावधानियाँ (Precautions)
यह सिरप विशेष तौर पर यूनानी विधियों से बना है और इसका कोई खास साइड-इफेक्ट नहीं पाया गया है, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी औषधि खाना ठीक नहीं है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ इसे डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
डायबिटीज़ के मरीज इसे सेवन करने से पहले परामर्श लें, क्योंकि इसमें शुगर मौजूद होती है।
इसे फ्रिज में न रखें, सामान्य कमरे के तापमान पर सुरक्षित रखें।
अगर बुखार लंबे समय तक बना रहे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। निर्धारित मात्रा से अधिक सेवन न करें।
किन-किन रोगों में उपयोगी है मसिहा सिरप? how to use masiha syrup
मौसमी बुखार (Seasonal Fever)
वायरल फीवर (Viral Fever)
टायफाइड से संबंधित बुखार
खून की गंदगी और उससे जुड़े त्वचा रोग
खाँसी, जुकाम और गले की खराश
लिवर की कमजोरी व भूख की कमी
लंबे समय तक बुखार रहने के बाद कमजोरी
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs on Masiha Syrup)
Q1. मसिहा सिरप का मुख्य उपयोग क्या है?
यह सिरप मुख्य रूप से बुखार कम करने और शरीर की कमजोरी दूर करने में काम आता है।
Q2. क्या इसके कोई साइड इफेक्ट्स हैं?
सामान्य रूप से कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है, क्योंकि यह हर्बल औषधि है। लेकिन अत्यधिक सेवन से दस्त या कमजोरी हो सकती है।
Q3. क्या बच्चे इसे ले सकते हैं?
हाँ, लेकिन कम मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर।
Q4. क्या इसे रोजाना लिया जा सकता है?
इसे तब तक लिया जा सकता है जब तक बुखार या कमजोरी बनी रहे। लंबे समय तक सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
निष्कर्ष
मसिहा सिरप (Masiha Syrup) एक यूनानी हर्बल औषधि है जो बुखार, रक्त की अशुद्धि, इम्यूनिटी की कमी और शारीरिक कमजोरी जैसी समस्याओं में अत्यंत लाभकारी है। इसमें मौजूद प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ शरीर को मजबूती देती हैं और बिना किसी बड़े साइड इफेक्ट्स के लाभ पहुँचाती हैं।
👉 यदि आप बार-बार बुखार से परेशान रहते हैं या लंबे समय तक बुखार के बाद थकान और कमजोरी महसूस करते हैं, तो यह सिरप आपके लिए एक बेहतर हर्बल विकल्प हो सकता है।